परिचय
राजस्थान के बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा सीट 2018 के विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण सीट थी। यह सीट मारवाड़ क्षेत्र में स्थित है, जो कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया था। 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की कोशिश की और हरीश चौधरी को प्रत्याशी बनाया।
चुनाव परिणाम
2018 के विधानसभा चुनाव में बायतु सीट पर कांग्रेस के हरीश चौधरी ने जीत दर्ज की। उन्होंने आरएलपी के उम्मेदा राम को 13,803 मतों के अंतर से हराया। हरीश चौधरी को कुल 57,703 मत मिले, जबकि उम्मेदा राम को 43,900 मत मिले। बीजेपी के कैलाश चौधरी तीसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 39,392 मत मिले।
जीत के कारण
हरीश चौधरी की जीत के कई कारण थे। एक कारण यह था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्र में विकास कार्यों को अंजाम दिया था। उन्होंने कृषि महाविद्यालय, 100 बेड का उप-जिला अस्पताल बनवाने, 1200 किलोमीटर सड़कों के स्वीकृति कार्य संपन्न कराया था। इसके अलावा, उन्होंने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को भी दूर करने का प्रयास किया था।
दूसरा कारण यह था कि कांग्रेस ने इस सीट पर मजबूत उम्मीदवार उतारा था। हरीश चौधरी एक अनुभवी नेता हैं और उन्होंने कई बार चुनाव जीता है। वे क्षेत्र के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।
तीसरा कारण यह था कि आरएलपी के उम्मेदा राम का वोट बैंक कमजोर था। उम्मेदा राम एक नए चेहरे थे और उन्हें क्षेत्र के लोगों से अपेक्षित समर्थन नहीं मिला।
निष्कर्ष
बायतु विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 में कांग्रेस की जीत एक महत्वपूर्ण घटना थी। यह जीत कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। यह सीट कांग्रेस के लिए मारवाड़ क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद करेगी।
अतिरिक्त जानकारी
- बायतु विधानसभा सीट का कुल मतदाता संख्या 183,791 है।
- इस सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में 83.42% मतदान हुआ था।
- इस सीट पर 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश चौधरी ने जीत दर्ज की थी।
अन्य संबंधित आंकड़े
- 2018 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान की कुल 200 सीटों में से कांग्रेस ने 100 सीटें जीतीं।
- 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 73 सीटें जीतीं।
- 2018 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने 27 सीटें जीतीं।
भविष्य के रुझान
2023 के विधानसभा चुनाव में बायतु विधानसभा सीट पर फिर से कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। कांग्रेस और आरएलपी दोनों ही इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए मजबूत दावेदारी कर रहे हैं। बीजेपी भी इस सीट को वापस लेने की कोशिश करेगी