जीवन परिचय
रोहित ठाकुर का जन्म 15 फरवरी, 1988 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के भल्लान गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम सुदर्शन ठाकुर और माता का नाम गीता ठाकुर है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भल्लान गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से यांत्रिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
राजनीतिक जीवन
रोहित ठाकुर ने 2012 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ली। 2017 में, उन्हें कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतारा गया। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को 20,000 से अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता।
2022 में, भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीता। रोहित ठाकुर को भाजपा की सरकार में शिक्षा मंत्री बनाया गया।
शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यकाल
रोहित ठाकुर ने शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कदम निम्नलिखित हैं:
- शिक्षकों की भर्ती: रोहित ठाकुर ने प्रदेश में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 6,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की है।
- स्कूलों का आधुनिकीकरण: रोहित ठाकुर ने प्रदेश के स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से कुछ योजनाएं हैं:
- स्मार्ट क्लास रूम: प्रदेश के सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए जाएंगे।
- इंटरनेट कनेक्टिविटी: प्रदेश के सभी स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी।
- डिजिटल शिक्षा: प्रदेश के स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।
- शिक्षा के स्तर में सुधार: रोहित ठाकुर ने प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें से कुछ कार्यक्रम हैं:
- न्यूनतम पासिंग अंक: प्रदेश में कक्षा 1 से 12 तक के सभी विषयों के लिए न्यूनतम पासिंग अंक 33% निर्धारित किए गए हैं।
- शिक्षकों का प्रशिक्षण: प्रदेश के शिक्षकों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
- छात्रों के लिए छात्रवृत्ति: प्रदेश सरकार ने छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति योजनाएं शुरू की हैं।
प्रमुख उपलब्धियां
रोहित ठाकुर ने शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें से कुछ प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित हैं:
- शिक्षकों की भर्ती: रोहित ठाकुर ने प्रदेश में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 6,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की है। यह प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती है।
- स्कूलों का आधुनिकीकरण: रोहित ठाकुर ने प्रदेश के स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं से प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा का स्तर काफी बेहतर हुआ है।
- शिक्षा के स्तर में सुधार: रोहित ठाकुर ने प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इन कार्यक्रमों से प्रदेश में शिक्षा का स्तर काफी बेहतर हुआ है।
निष्कर्ष
रोहित ठाकुर ने शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। इन सुधारों से प्रदेश में शिक्षा का स्तर काफी बेहतर हुआ है। रोहित ठाकुर की शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यशैली को प्रदेश में काफी सराहा जा रहा है।